Vladimir Putin: डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की ताजपोशी से पहले दुनिया का समीकरण बदलता नजर आ रहा है। इसी कड़ी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हई एक खास मुलाकात ने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया। दरअसल, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के सदस्य देश स्लोवाकिया (Slovakia) के पीएम रॉबर्ट फिको ने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है। व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और रॉबर्ट फिको (Robert Fico) के बीच हुई मुलाकात इस लिहाज से भी अहम है, क्योंकि अमेरिका की मदद से यूरोपीय यूनियन (EU) देशों ने रूस (Russia) पर कई प्रतिबंध लगा रखे हैं। ऐसे में तमाम यूरोपीय संघ के नेता रॉबर्ट फिको का व्लादिमीर पुतिन से मिलना कई मायनो में खास है। आइए आपको इस मुलाकात के मायने विस्तार से बताने की कोशिश करते हैं।
Donald Trump की ताजपोशी से पहले Vladimir Putin से मिले NATO लीडर Robert Fico
स्लोवाकिया के पीएम व NATO लीडर रॉबर्ट फिको (Robert Fico) ने रविवार को मॉस्को में व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्थिति और रूसी प्राकृतिक गैस आपूर्ति को लेकर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई। दरअसल, रूस-स्लोवाकिया (Russia-Slovakia) के बीच नेचुरल गैस की सप्लाई को लेकर एक एग्रिमेंट हुआ था, जिसकी कमय सीमा अगले वर्ष समाप्त होनी है। ऐसे में प्राकृतिक गैस की संकट को देखते हुए स्लोवाकिया के पीएम रॉबर्ट फिको ने वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) को छोड़ व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर ली है। व्लादिमीर पुतिन और रॉबर्ट फिको के बीच हुई मुलाकात के दौरान नेचुरल गैस सप्लाई समझौते को विस्तार देने पर जोर दिया गया है।
ध्यान देने योग्य बात ये है कि स्लोवाकिया, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) का सदस्य है जिसकी नींव अमेरिका ने रखी थी। ऐसे में अमेरिकी गुट के संगठन नॉटो के सदस्य रॉबर्ट फिको का राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से जा मिलना डोनाल्ड ट्रंप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की ताजपोशी से पहले रूसी राष्ट्रपति और स्लाविकयन पीएम के बीच हुई मुलाकात के कई मायने बताए जा रहे हैं।
रूसी राष्ट्रपति और Slovakia PM के बीच हुई मुलाकात के मायने क्या?
रूस-यूक्रेन वॉर (Russia-Ukraine War) के बीत राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पीएम रॉबर्ट फिको (Robert Fico) के बीच हुई मुलाकात के कई मायने हैं। स्लोवाकिया अमेरिका के प्रभुत्व वाले संगठन NATO का सक्रिय सदस्य है। नॉटो सदस्य देशों ने रूस पर व्यापारिक, रक्षा समेत कई प्रतिबंध लगा रखे हैं। नॉटो सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन के साथ हैं। ऐसे में इस समीकरण को छोड़ स्लोवाकिया के पीएम रॉबर्ट फिको का व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से जा मिलना यूक्रेन के साथ अमेरिका के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, इस मुलाकात से यूक्रेन या अमेरिका को तात्कालिक रूप से कोई नुकसान होने की संभावना नहीं है। ऐसे में देखना होगा कि निकट भविष्य में अमेरिका (डोनाल्ड ट्रंप) इस मुलाकात को लेकर क्या प्रतिक्रिया देता है।