Canada Temple Violence: कनाडा का ब्रैम्पटन (Brampton) शहर सुर्खियों में है। दरअसल बीते दिन ब्रैम्पटन में स्थित हिंदू सभा मंदिर (Hindu Sabha Mandir) में खालिस्तानियों द्वारा हमला किया गया। इस दौरान हिंदू समुदाय के लोगों पर निशाना साधा गया। कनाडा (Canada Temple Violence) में हिंदुओं पर हुए इस हमले के बाद विश्व के विभिन्न कोने तक इसकी गूंज पहुंची है। भारत के साथ अस्ट्रेलिया और कनाडा के ही नेताओं ने खालिस्तानी हमले के बाद ट्रूडो सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कड़े शब्दों पर इस हमले की निंदा की है। वहीं अस्ट्रेलियन विदेश मंत्री हॉन पेनी वांग (Hon Penny Wong) ने भी खालिस्तीनियों द्वारा हिंदू सभा मंदिर पर किए हमले को कायरतापूर्ण बताया है।
Canada Temple Violence के बाद घिरी Justin Trudeau सरकार!
ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर हुए खालिस्तानी हमले के बाद कनाडा की ट्रूडो (Justin Trudeau) सरकार घिरती नजर आ रही है। अस्ट्रेलियन विदेश मंत्री पेनी वांग (Hon Penny Wong) ने हमले की आलोचना की है। उनका कहना है कि “आस्था, संस्कृति और उत्थान के बगैर भी सभी सुरक्षित और सम्मानित होने के हकदार है। यह भारतीय समुदाय के लिए बहुत परेशान करने वाली बात है। कानून प्रवर्तन अधिकारी इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर इससे निपटें।”
कनाडा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री उजल दोसांझ (Ujjal Dosanjh) ने भी इस प्रकरण को लेकर कनाडा सरकार को घेरा है। उन्होंने कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को राजनीतिक रूप से मूर्ख करार दिया है। उनका कहना है कि कनाडा में सिख चरमपंथ के लिए प्रधानमंत्री ही दोषी हैं।
कनाडाई सांसद चंद्रा आर्या (Chandra Arya) ने भी इस प्रकरण को लेकर ट्रूडो सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा है कि “हिंदू सभा मंदिर के परिसर के अंदर हिंदू-कनाडाई भक्तों पर खालिस्तानियों द्वारा किया गया हमला दिखाता है कि खालिस्तानी हिंसक उग्रवाद कितना गहरा और निर्लज्ज हो गया है। मुझे लगने लगा है कि कनाडा के राजनीतिक तंत्र के अलावा, खालिस्तानियों ने हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों में भी प्रभावी ढंग से घुसपैठ कर ली है।”
PM Modi और भारतीय विदेश मंत्री ने भी की हमले की निंदा
कनाडा में हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले की निंदा भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी की है। पीएम मोदी (PM Modi) के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया है कि “मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं। हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडाई सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का शासन कायम रखेगी।”
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) का कहना है कि “हम कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं। कनाडा सरकार इस मामले में तत्परता के साथ आगे आए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करे।”
Canada के प्रधानमंत्री Justin Trudeau का पक्ष
हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का पक्ष भी सामने आया। उन्होंने खालिस्तानी हमले की निंदा की है। पीएम ट्रूडो का कहना है कि “ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा की घटनाएं अस्वीकार्य हैं। प्रत्येक कनाडाई को अपने विश्वास का स्वतंत्र रूप से और सुरक्षित रूप से पालन करने का अधिकार है। समुदाय की सुरक्षा और इस घटना की जांच के लिए त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए पील क्षेत्रीय पुलिस को धन्यवाद।”