China Renames Places in Arunachal Pradesh: चीन शुरू से ही अरूणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों पर अपना दावा करता रहा है। इसी बीच चीन ने एक बार फिर अपनी बुरी नजर अरूणाचल प्रदेश पर डाली है। आपको बता दें कि चीन ने अपना हिस्सा बताकर अरूणाचल प्रदेश के 30 जगहों के नाम बदल दिए है। बता दें कि 7 साल में चौथी बार चीन ने ऐसी हरकत की है। चीनी मीडिया हागकांग मीडिया हाउस के मुताबिक इनमे 11 रिहायशी इलाके, 12 पर्वत, 4 नदियां, एक तालाब और एक पहाड़ो से निकलने वाला रास्ता है।
हालांकि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसपर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “अगर मैं आज आपके घर का नाम बदल दूं तो क्या वह घर मेरा हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अरूणाचल प्रदेश भारत का राज्य था, है, और रहेगा। वहीं इसे लेकर अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है”।
अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि “चीन की एक और नौटंकी। भारत का एक गौरवान्वित नागरिक और अरुणाचल प्रदेश का मूल निवासी होने के नाते, मैं अरुणाचल प्रदेश के भीतर स्थानों के नामकरण के इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं जो भारत का अभिन्न अंग रहा है। अरुणाचल प्रदेश के गौरवान्वित नागरिक और देशभक्त ऐसी हरकतों को खारिज कर रहे हैं”।
विदेश मंत्रालय के अधिकारिक प्रवक्ता ने दी प्रतिक्रिया
चीन द्वारा अरूणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम बदलने पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के अधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा “चीन भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम बदलने के अपने मूर्खतापूर्ण प्रयासों पर कायम है। हम ऐसे प्रयासों को दृढ़ता से अस्वीकार करते हैं। मनगढ़ंत नाम बताने से यह वास्तविकता नहीं बदलेगी कि अरुणाचल प्रदेश भारत का एक अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है, था और हमेशा रहेगा”।