Home ख़ास खबरें China-Taiwan Conflict: ताइवान की सीमा में चीनी सैन्य विमानों की एंट्री, जानें...

China-Taiwan Conflict: ताइवान की सीमा में चीनी सैन्य विमानों की एंट्री, जानें क्या है रक्षा मंत्रालय का स्टैंड?

China-Taiwan Conflict: चीन व ताइवान के बीच जारी तनाव के मध्य में ताइवान की सीमा रेखा में चीनी सैन्य विमानों की एंट्री हुई है।

0
China-Taiwan Conflict
फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

China-Taiwan Conflict: पूर्वी एशिया के महत्वपूर्ण द्वीप समूह ताइवान की सीमा में इन दिनों हलचल का माहौल है। दरअसल चीन ने तनाव के बीच ही ताइवान के पास सैन्याभ्यास शुरू किया है जिसके कारण ताइवान पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार सैन्याभ्यास के दौरान ही आज फिर एक बार ताइवान के सीमा क्षेत्र में चीनी सैन्य विमानों की एंट्री हुई है।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय की ओर से इस संबंध में बयान जारी कर मामले की पुष्टि की गई है। रक्षा मंत्रालय की ओर से स्पष्ट किया गया है कि 35 चीनी सैन्य विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर ताइवान के दक्षिण-पश्चिम वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (SW ADIZ) में प्रवेश किया है।

रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी

ताइवान के रक्षा मंत्रालय की ओर से आज देर सुबह चीनी सैन्य विमानों के ताइवान के सीमा में एंट्री करने की पुष्टि की गई। ताइवान रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक एक्स हैंडल से स्पष्ट किया गया कि “आज सुबह 6 बजे तक ताइवान के आसपास सक्रिय 49 पीएलए विमान (जैसे कि SU-30, J-16, KJ-500 आदि), 19 पीएलएएन जहाज और 7 सीसीजी जहाज का पता लगाया गया।”

रक्षा मंत्रालय की ओर से ये जानकारी भी सामने आई है कि “35 विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया और ताइवान के SW ADIZ में प्रवेश किया।” रक्षा मंत्रालय ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा है कि हमारी सेना स्थिति की निगरानी कर रही है और आवश्यकता के अनुसार कदम उठाए जाएंगे।

ताइवान ने शुरू की मॉनिटरिंग

चीन के सैन्य विमानों को ताइवान की सीमा में देखने के बाद ताइवान के रक्षा मंत्रालय की ओर से स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं।

रक्षा मंत्रालय के निर्देश पर ही ROC Army और प्रांत की तट रक्षक सेना लगातार ताइवान के बॉर्डर इलाकों की निगरानी कर रही है।

चीन-ताइवान के बीच जारी है तनाव

चीन और ताइवान के बीच लंबे समय से तनाव का दौर जारी है। दरअसल चीन, लंबे समय से ताइवान पर अपने संप्रभुता का दावा करता रहा है। इसी क्रम में चीन द्वारा सैन्य गतिविधियों और बलपूर्वक तरीके से ताइवान को मुख्य भूमि के साथ जोड़ने की महत्वाकांक्षा भी जग जाहिर है। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि ताइवान इस गंभीर प्रकरण को लेकर क्या कदम उठाता है।

Exit mobile version