Chinese Economy: वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने सार्वजनिक वित्त के लिए जोखिम का हवाला देते हुए मंगलवार को चीन की संप्रभु क्रेडिट रेटिंग पर अपना दृष्टिकोण संशोधित किया। आपको बता दें कि पिछले महीने मार्च में फिच ने चीन का वृद्धि अनुमान घटाकर 4.5 प्रतिशत कर दिया है। वहीं इससे पहले फिच ने 4.6 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया था। फिच द्वारा जारी आंकड़ों पर चीन के वित्त मंत्रालय ने इसपर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसे फिच के रेटिंग फैसले पर खेद है।
भारत की जीडीपी में हो सकता है इजाफा
आपको बता दें कि पिछले महीने मार्च 2024 में वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स के अनुसार 2024 में भारत की जीडीपी 7.8 फीसदी और अगले साल 2025 में 7 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने का अनुमान जताया है। बता दें कि इससे पहले फिच ने जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 रहने का अनुमान जताया था। वहीं महंगाई दर को लेकर फिच का मानना है कि इस साल के आखिरी तक महंगाई दर गिरकर 4 फीसदी तक आ सकती है। गौरतलब है कि इससे पहले भी आरबीआई गवर्नर ने इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि 2024 के आखिरी तक महंगाई दर 4 फीसदी तक लाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
रेपो रेट में नही हुआ था बदलाव
गौरतलब है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 की तिमाही अक्टूबर से दिसंबर 2023 में 8.6 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी थी। बता दें कि हाल ही में आरबीआई गवर्नर ने भी रेपो रेट में कोई बदलाव ना करते हुए जीडीपी ग्रोथ 7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। वहीं फिच द्वारा जारी ताजा आंकड़े सामने आने के बाद चीन को एक तगड़ा झटका लगा है। वहीं अगर भारत की बात कि जाए तो भारत अपने निरंतर प्रयासों से जीडीपी को स्थिर बनाने में कायम रहा है। गौरतलब है कि भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।