Donald Trump: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके वकीलों पर अमेरिका की संघीय अदालत के जज ने 10 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया है। डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि, हिलेरी क्लिंटन ने साल 2016 के राष्ट्रपति चुनावों में धांधली करने की कोशिश की थी। इस मामले पर सुनवाई करते हुए जज ने जुर्माना लगाया। बता दें कि, ट्रंप के इस मुकदमे को मिडिलब्रुक ने पिछले साल खारिज किया था।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कोर्ट ने लगाया जुर्माना
बताया जा रहा है कि, मिडिब्रुक्स ने 45 पन्नों की लिखित अदालती आदेश में कहा कि, ‘यह मुकदमा कभी नहीं लगाया जाना चाहिए था।’ वही न्यायधीश ने अपने फैसले में लिखा कि, ‘कानूनी दावे के रूप में इसकी अपर्याप्तता शुरू से ही स्पष्ट थी और किसी भी जिम्मेदार वकील को इसे दायर नहीं करना चाहिए था। राजनीतिक उद्देश्य के लिए, संशोधित शिकायत को किसी भी सूरत में कानूनी दावा नहीं बताया जाना चाहिए था।’ कोर्ट ने अपने फैसले पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित उनके वकीलों पर जुर्माना लगाया।
कोर्ट ने कहा- बेईमानी से आगे बढ़ने के लिए मुकदमा दायर किया गया
इस मामले की सुनवाई कर रहे डिस्टिक जज जॉन मिडिलब्रुक का कहना है कि, ‘रिपब्लिक नेता जो साल 2024 में व्हाइट हाउस लौटने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, उन्होंने लगातार अदालतों के दुरुपयोग के पैटर्न का प्रदर्शन किया है और एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत बेईमानी से आगे बढ़ने के लिए मुकदमा दायर किया है। बता दें कि, साल 2016 में राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप की हार हुई थी। वही चुनावी अभियान को प्रभावित करने के लिए रूस के साथ मिलीभगत भी की गई थी। उस मुकदमे में ट्रंप ने हर्जाने के तौर पर 70 मिलियन डॉलर की मांग की।
इसके बाद मामले में कठोर टिप्पणी के बाद जज ने कहा कि “वह न्यायिक प्रक्रिया के रणनीतिक दुरुपयोग का मास्टरमाइंड है। उसे सिर्फ एक वकील की सलाह को आंख बंद करके पालन करने वाले के रूप में नहीं देखा जा सकता। वह अपने कार्यों के प्रभाव को अच्छी तरह जानता था।”
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