Credit Suisse Crisis: दुनिया पर मंडराता बैंकिंग संकट अभी भी पूरी तरह से टला नहीं है। यूरोप के सबसे पुराने बैंकों में से एक क्रेडिट सुईस बैंक (Credit Suisse Crisis) एक बार फिर मुश्किल में घिरता नजर आ रहा है। दरअसल, इस बैंक को डूबने से बचाने के लिए स्विट्जरलैंड की सरकार ने कदम उठाया था। इसके बाद स्विट्जरलैंड के सबसे बड़े बैंक USB समूह ने इसे 3.25 अरब डॉलर में खरीदने का फैसला किया था।
निवेशकों को हुआ भारी नुकसान
आपको बता दें कि इस बैंक से जुड़ें एक प्रस्ताव को संसद में खारिज कर दिया गया है। अब इसके बाद ये मामला फिर से अटक गया है। क्रेडिट सुईस बैंक से जुड़े निवेशकों के एक समूह का कहना है कि इस डील की वजह से उन्हें अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है। ऐसे में निवेशकों ने स्विट्जरलैंड के आर्थिक नियामकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। निवेशकों ने कहा है कि नियामक के आदेश से उन्हें 17.3 डॉलर का नुकसान हुआ है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि निवेशक स्विस फाइनेंशियल मार्केट सुपरवाइजर अथॉरिटी के फैसले को चुनौती दे रहे हैं।
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संसद में सरकार का हुआ भारी विरोध
उधर, क्रेडिट सुईस बैंक को डूबने से बचाने के लिए सरकार द्वारा दिए गए योगदान के खिलाफ मामला स्विस संसद में अटाक था। संसद के निचले सदन में इसके खिलाफ 103 वोट पड़े थे, जबकि पक्ष में सिर्फ 71 वोट मिले थे। सुईस बैंक को बचाने के लिए सरकार के कदम की काफी आलोचना हुई थी।
यूबीएस समूह ने किया था समझौता
गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक स्विस नेशनल बैंक और रेगुलेटर FINMA का यूबीएस समूह का क्रेडिट सुईस के साथ समझौता कराया था। यूबीएस समूह ने 3.25 अरब डॉलर में क्रेडिट सुईस बैंक को खरीदने का करार किया था। लगभग 167 साल पुराने इस बैंक को आर्थिक संकट से बचाने के लिए स्विस अधिकारियों ने आगे आकर इस ओर बड़ा कदम उठाया था।
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