Home विदेश South China Sea: समुद्री सीमा को लेकर फिर विवाद, फिलीपींस ने काटे...

South China Sea: समुद्री सीमा को लेकर फिर विवाद, फिलीपींस ने काटे चीन के फ्लोटिंग बैरियर्स, अंतरराष्ट्रीय कानूनों का बताया उल्लंघन

0

South China Sea: दक्षिण चीन सागर में समुद्री सीमा की लेकर चीन और फिलीपींस एक बार फिर आमने सामने आ गए हैं। दरअसल, फिलीपींस ने चीन पर विवादित क्षेत्र में मछली पकड़ने वाली नौकाओं को प्रवेश करने से रोकने के लिए “फ्लोटिंग बैरियर” स्थापित करने का आरोप लगाया है। फिलीपींस का कहना है की चीन ने गलत तरीके से ये फ्लोटिंग बैरियर्स लगाए हैं, जो नियमों का उल्लंघन हैं। चीन की इस हरकत से गुस्साए फिलीपींस ने ये बैरियर्स हटा दिए हैं।

फिलीपींस ने काटे चीन के फ्लोटिंग बैरियर्स

फिलीपींस ने इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जारी किया है, जिसमें फिलीपींस तट रक्षक दल के सदस्य समंदर में घुसकर चीनी बैरियर को काटते हुए दिखाई दे रहे हैं। फिलीपींस तट रक्षक ने एक बयान जारी कर कहा है कि राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने उन्हें ऐसा करने के निर्देश दिए थे। बयान में कहा गया है कि चीन ने विवादित क्षेत्र कुछ फ्लोटिंग बैरियर्स लगाए थे, जो उन्होंने हटा दिए हैं। ये बैरियर्स उनके मछुआरों को विवादित क्षेत्र में मछली पकड़ने से रोक रहे थे।

फिलीपींस ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया

फिलीपींस ने चीनी नेवी द्वारा लगाए गए बैरियर्स को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन बताया है। फिलीपींस का कहना है कि ये बैरियर्स नेविगेशन के लिए खतरा पैदा कर रहे थे और मछली पकड़ने और आजीविका गतिविधियों के संचालन में भी बाधा उत्पन्न कर रहे थे, जिस वजह से इन्हें हटाना जरूरी था।

दक्षिण चीन सागर के 90% हिस्से को अपना बताता है चीन

बता दें कि South China Sea के 90 प्रतिक्षत से अधिक हिस्से को चीन अपना बताता है। दक्षिण चीन सागर में ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां चीन का अन्य देशों के साथ विवाद चल रहा है। इतना ही नहीं चीन के कई तटों पर अपना कब्जा जमा रखा है। कई हिस्सों में चीन ने अपने फ्लोटिंग बैरियर भी स्थापित कर रखे हैं, जो साफ तौर पर नियमों का उल्लंघन है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version