Elon Musk: ट्रांसजेंडर दुनियाभर में एक चर्चा का विषय बना हुआ है। कई लोग इसके समर्थन में है तो कई लोग इसके विरोध में है। हालांकि एक दीर्घकालिक अध्ययन के अनुसार, लिंग-भ्रमित अधिकांश बच्चे पूरी तरह से वयस्क होने तक इस भावना से बाहर आ जाते हैं। बता दें कि नीदरलैंड में हुए इस शोध में शोधकर्ताओं ने 11 साल से लेकर 25 तक के उम्र के 2700 से अधिक बच्चों पर नज़र रखी और हर तीन साल में उनसे उनके लिंग के बारे में भावनाएं पूछी। इसी पर एलन मस्क ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Elon Musk ने क्या कहा?
एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा कि “मुझे इस बात से कोई आपत्ति नहीं है कि वयस्क जो चाहें वो करें, जब तक इससे दूसरों को नुकसान न पहुंचे, लेकिन बच्चों को हर कीमत पर सुरक्षित रखने की जरूरत है”।
शोध में क्या पाया गया?
गौरतलब है कि नीदरलैंड में हुए इस शोध में शोधकर्ताओं ने 11 साल से लेकर 25 साल तक के बीच के 2700 से अधिक बच्चों पर नज़र रखी। 15 वर्षों तक इस अध्यन को करने बाद यह पता चला कि अधिकांश लिंग-भ्रमित बच्चे इससे बाहर निकलते हैं। जैसा कि आलोचकों का कहना है कि इससे पता चलता है कि ट्रांस होना आमतौर पर बच्चों के लिए सिर्फ एक दौर है।
शोध की शुरुआत में परिणाम सामने आए, लगभग 10 में से एक बच्चे (11 प्रतिशत) ने अलग-अलग डिग्री तक ‘लिंग गैर-संतुष्टि’ व्यक्त की। लेकिन 25 साल की उम्र तक, 25 में से केवल एक (4 प्रतिशत) ने कहा कि वे ‘अक्सर’ या ‘कभी-कभी’ अपने लिंग से असंतुष्ट थे।
शोध का क्या निकला निष्कर्ष
वर्तमान अध्ययन के नतीजे किशोरों को यह समझने में मदद कर सकते हैं कि इस उम्र के दौरान किसी की पहचान और उसकी लिंग पहचान के बारे में कुछ संदेह होना सामान्य बात है और यह अपेक्षाकृत सामान्य भी है।’