Firing in Pakistan: पाकिस्तान में आम लोग बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। ताजा मामला पाकिस्तान के मशहूर इंस्टीट्यूट (इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) आईबीए के पीएचडी स्कॉलर से जुड़ा है। डॉ. मोहम्मद अजमल सावंद की बुरी तरह से हत्या कर दी गई है।
पीएचडी स्कॉलर को 11 गोलियां मारी गई
खबरों के मुताबिक, डॉ. मोहम्मद अजमल सावंद को 11 गोलियां मारी गई। इस वजह से उनके बचने की संभावना नहीं थी। जानकारी के मुताबिक, डॉ. मोहम्मद अजमल सावंद कंधकोट में अपने गांव से वापस सुक्कुर लौट रहे थे। इस दौरान शालो इलके में सुंदरानी कबीले का होने के शक में आदिवासियों ने उनकी कार पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी है। इस दौरान उनकी मौके-ए-वारदात पर ही मौत हो गई।
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दो कबिलाई समूहों के संघर्ष ने ली जान
इस मामले में कंधकोट पुलिस ने कहा कि सुंदरानी और सावंद कबीले के दो कबिलाई समूहों के लोग आपस में बीते साल से लड़ रहे हैं। इसमें अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में एसएसपी काशमोर इरफान सामो ने कहा कि इनके आपसी संघर्ष की वजह से डॉ. मोहम्मद अजमल सावंद की जान चल गई। हमले में उन्हें 11 गोलियां लगी। पुलिस के मुताबिक, इस घटना के बाद से हमलावर अभी भी फरार चल रहे हैं।
AI की पढ़ाई करके वापस आए थे पाकिस्तान
वहीं, आपको बता दें कि डॉ. मोहम्मद अजमल सावंद आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) में पीएचडी करके फ्रांस से अपनो की सेवा करने के लिए आए थे। बताया जाता है कि वह कैडेट लरकाना कॉलेज के छात्र रह चुके हैं। उन्होने साल 2006 में मेहरान विश्वविद्यालय ऑफ इंजीनिरिंग एंड टेक्नोलॉजी से पढ़ाई की थी।