India-China: भारत के पड़ोसी देश चीन की नीयत कभी ठीक ही नहीं हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अपनी विस्तारवादी नीति को बढ़ावा देते हुए चीन ने एक बार फिर घिनौनी हरकत को अंजाम दिया है। ड्रैगन के नापाक इरादें एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। ताजा वाकया हिंद महासागर से जुड़ा है, जी हां, चीन ने अब हिंद महासागर में अपनी गहरी साजिश के तहत एक बड़ी हिमाकत की है।
19 समुद्र तलों के नामों को बदला
चीन ने दक्षिणी हिंद महासागर की गहराई में स्थित 19 समुद्र तलों के नाम को बदल दिया है। आपको बता दें कि ये भारतीय प्रायद्वीप से 2000 किलोमीटर दूर हैं। वहीं, इस हरकत पर चीनी प्रचार मीडिया की तरफ से कहा गया है कि ये कदम बीजिंग का सॉफ्ट पावर प्रोजेक्शन है। ड्रैगन की इस चाल को शी जिनपिंग की हिंद महासागर में सीधा दखल माना जा रहा है।
ये भी पढ़ें: Jaishankar in Mozambique: विदेश मंत्री ने मोजाम्बिक में की ‘मेड इन इंडिया’ ट्रेन की सवारी, Video शेयर कर कही ये बात
हिंद महासागर के नाम पर आपत्ति
आपको बता दें कि हिंद महासागर में चीन का हस्तक्षेप काफी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में चीन ने इससे पहले हिंद महासागर के नाम पर ही अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। हिंद महासागर पर चीन ने बयान दिया था कि ये भारत का हिस्सा नहीं है।
हिंद महासागर में नामित 19 समुद्री तल सुविधाओं में से 6 ओमान से दूर है। मेडागास्कर पर 4 तट सी फीचर्स है। 8 हिंद महासागर के दक्षिण-पश्चिम रिज क्षेत्र है। वहीं, एक अंटार्कटिक के गहरे क्षेत्र में स्थित है।
अरुणाचल प्रदेश में की बड़ी हिमाकत
उधर, चीन की ये हरकत भारत की संप्रभुता और हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय प्रभाव एरिया में सीधा हस्तक्षेप हैं। बीते एक महीने के दौरान चीन ने ऐसा दूसरी बार किया है, जिससे भारत की संप्रभुता पर आंच आई है। मालूम हो कि इससे पहले चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों के नाम को ही बदल दिया था। चीन की इस दादागिरी पर भारत ने भी अपना पक्ष रखते हुए इस पर कडा ऐतराज जताया था। साथ ही चीन के इस कदम की तीखी आलोचना की थी। हालांकि, भारत ने चीन के इस दावों को खारिज कर दिया था।