India-China: भारत लगातार अफ्रीकी देशों से अपने संबंध को सुधारने में जुटा हुआ है। अफ्रीकी देशों से अगर भारत के संबंध बेहतर हो जाते हैं तो चीन को कहीं न कहीं इसकी वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वहीं भारत ने अपने नीतियों में भी कई तरह के बदलाव करने का फैसला किया है। भारत और अफ्रीकी देशों के संबंध और भी मजबूत हो इसके लिए 21 से 29 मार्च के बीच पुणे में एक सैन्य अभ्यास का आयोजन होने जा रहा है। वहीं बताया जा रहा है कि इस आयोजन के साथ ही अफ्रीकी सेनाध्यक्षों का एक कॉन्क्लेव भी आयोजित किया जाएगा। सैन्य अभ्यास और अफ्रीकी सेनाध्यक्षों का कॉन्क्लेव अगर सफल तरीके से हुआ तो इससे सबसे ज्यादा नुकसान चीन को होने वाला है।
9 अफ्रीकी देशों की सेना होगी शामिल
21 मार्च से शुरू हो रहे इस सैन्य अभ्यास में 9 अफ्रीकी देशों की सेना शामिल होगी। वहीं सेना की तरफ से ये बताया गया है कि इसका आयोजन 10 दिनों तक होगा। वहीं कुछ अन्य अफ्रीकी देश अपने पर्यवेक्षक को इस सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भेजेंगे। इससे पहले भारत और अफ्रीकी सेनाओं के बीच पहला सैन्य अभ्यास साल 2019 में आयोजित किया गया था। वहीं इस बार सैन्य अभ्यास के साथ – साथ बताया जा रहा है कि अफ्रीकी सेनाध्यक्षों के कॉन्क्लेव भी आयोजित किया जाएगा। इन कॉन्क्लेव की शुरआत देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।
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इस तरह से चीन को घेरने की तैयारी
भारत और अफ्रीकी देश के बीच अच्छे संबंध को लेकर चीन की परेशानी लगातार बढाती जा रही हैं। ऐसे में यह कॉन्क्लेव कई मायनें में बहुत ही खास होने वाला है। बताया जा रहा है इस कॉन्क्लेव के माध्यम से भारत और अफ्रीकी देशों के बीच संबंध और भी ज्यादा मजबूत होंगे। वहीं भारत अफ्रीकी सेनाओं को कई तरह के प्रशिक्षण देगा। ये प्रशिक्षण कहीं न कहीं चीन को मात देने में मदद करेंगे।
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