Home ख़ास खबरें Hezbollah पर अटैक के बाद सनसनी! क्या भीषण वॉर की चपेट में...

Hezbollah पर अटैक के बाद सनसनी! क्या भीषण वॉर की चपेट में आएगा Middle East? Israel-Hamas जंग के बीच उठे कई गंभीर सवाल

Israel-Hezbollah War: लेबनान की राजधानी बेरूत में हिज्बुल्लाह पर हुए पेजर और वॉकी-टॉकी धमाकों के बाद Middle East देशों की ताजा स्थिति को लेकर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

0
Israel-Hezbollah War
सांकेतिक तस्वीर

Israel-Hezbollah War: भूमध्यसागरीय बेसिन और अरब के भीतरी इलाकों के चौराहे पर स्थित लेबनान देश की राजधानी बेरूत बीते कुछ दिनों से धमाकों की चपेट में है। दरअसल बीते दिनों लेबनान के शिया राजनीतिक और अर्द्धसैनिक संगठन हिज्बुल्लाह के लड़ाकों पर जानलेवा हमला हुआ। इस क्रम में पहले हिज्बुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर ब्लास्ट हुए और फिर उनकी वॉकी-टॉकी को भी विस्फोट कर दिया गया। (Israel-Hezbollah War)

लेबनान (Lebanon) अभी इन धमाकों से उभरा नहीं था कि तब तक राजधानी बेरूत समेत कुछ अन्य इलाकों से सोलर पैनल ब्लास्ट होने की खबरें सामने आने लगीं। इस पूरे घटनाक्रम ने लेबनान को झकझोर कर रख दिया और हजारों की संख्या में लोग घायल हुए। हिज्बुल्लाह का दावा है कि इस धमाके के पीछे इजराइल का हाथ है। वहीं ग़ज़ा में हमास के साथ जंग लड़ रहे इजराइल में भी इसको लेकर हाइलेवल मीटिंग हो रही है और सेना को अलर्ट रहने के आदेश हैं। ऐसे में Israel-Hamas जंग के बीच ये सवाल उठ रहा है कि क्या मीडिल इस्ट के देश भीषण वॉर की चपेट में आने वाले हैं?

क्या भीषण वॉर की चपेट में आएगा Middle East?

मिडिल इस्ट की संज्ञा आमतौर पर उन देशों को दी जाती है जो यूरोपीय देशों से भौगोलिक भिन्नता रखते हैं। इसमें लेबनान, बहरीन, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, सीरिया, यमन, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, इराक, ईरान, इजराइल, जॉर्डन और सऊदी अरब, जैसे देश शामिल हैं। मिडिल इस्ट देशों का इतिहास बड़ा संघर्षमय है और यहां दो से अधिक देशों के बीच जंग की आलम लगभग बरकरार रहता है। ऐसे में इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग के दौरान ही लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए धमाके कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि मिडिल इस्ट देशों के बीच प्रभुत्व को लेकर चल रही जंग एक भीषण वॉर का रूप धारण कर सकती हैं जो कि बेहद चिंतनिय प्रश्न है।

क्यों उठ रहे सवाल?

लेबनान के अलग-अलग हिस्सों में हिज्बुल्लाह पर हुए धमाकों के बाद कई तरह के गंभीर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल हिज्बुल्लाह को ईरान का समर्थन प्राप्त है और बेरूत में हुए धमाकों के दौरान ईरान के राजदूत भी बुरी तरह से जख्मी हुए थे। ईरान ने इस हमले को लेकर चिंता भी व्यक्त की है और इशारों-इशारों में इजराइल को परिणाम भुगतने का दावा कर दिया है। ऐसे में ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब ईरान भी प्रत्यक्ष रूप से जंग में आने को तैयार है? यदि ऐसा हुआ तो मिडिल इस्ट में वॉर का दौर एक बार फिर शुरू होगा और फिर खूनी संघर्ष पर विराम लगा पाना कठिन हो जाएगा।

हिज्बुल्लाह का बड़ा ऐलान

लेबनान में हुए धमाकों के तार इजराइल से जुड़ने के बाद हिज्बुल्लाह की ओर से बड़ा ऐलान किया गया। हिज्बुल्लाह का कहना है कि वो ‘ग़ज़ा’ के समर्थन में अभियान को जारी रखेगा और यही बात इजराइल को खटक रही है। इजराइल, ब्रिटेन समेत अन्य कुछ देशों ने पहले ही हिजबुल्लाह को आतंकी संगठन करार दे रखा है और यही वजह है हिज्बुल्लाह पर हुए धमाकों के तार इजराइल से जुड़ रहे हैं। वहीं धमाकों की चपेट में आने के बाद हिज्बुल्लाह और सजग हो गया है और उनकी ओर से पलटवार के दावे किए जा रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि मिडिल इस्ट के देश इन इजराइल-हमास और इजराइल-हिज्बुल्लाह के बीच चल रहे इस संघर्ष से कैसे निपटते हैं।

Exit mobile version