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Israel-Iran Conflict: धमाकों की गूंज से दहला Tehran! क्या परमाणु ठिकानों पर भी निशाना साधेगा IDF?

Israel-Iran Conflict: IDF ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान की राजधानी Tehran में कई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले (Israel Airstrikes) किए हैं। इजराइल द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद परमाणु ठिकानों पर हमला होने की संभावनाओं पर चर्चा तेजी से हो रही है।

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Israel-Iran Conflict
प्रतीकात्मक तस्वीर

Israel-Iran Conflict: मध्य पूर्व (Middle East) में इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष का दौर लगातार जारी है। ईरान द्वारा बीते 2 अक्टूबर को इजराइल (Israel) के कुछ हिस्सों पर बैलिस्टिक मिसाइल (BM) दागे गए थे। इसके बाद इजराइली रक्षा मंत्रालय (IDM) की ओर से जवाबी कार्रवाई करने की बात सामने आई थी। इसी क्रम में इजराइल ने बीते रात ईरान की राजधानी तेहरान (Tehran) के कई हिस्सों में हवाई हमले किए हैं। इजराइल द्वारा तेहरान पर किए हमले में ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि किस तरह के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है।

हालांकि, इससे एक बात जरूर स्पष्ट है कि जंग की ये दास्ता थमने वाली नही है और आगामी दिनों में ईरान (Iran) की ओर से जवाबी कार्रवाई देखने को मिल सकती है। इजराइल-ईरान (Israel-Iran Conflict) के बीच छिड़े संघर्ष ने दुनिया को एक और संभावनाओं पर चर्चा करने का मौका दे दिया है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या इजराइली वायु सेना (IDF) ईरान में परमाणु ठिकानों (Nuclear Facilities) पर भी निशाना साधेगी? यदि ऐसा हुआ तो इसका क्या असर हो सकता है? ऐसे में आइए हम आपको सभी संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताते हैं।

Israel-Iran Conflict- IDF का बड़ा दावा

ईरान की राजधानी में तेहरान (Israel-Iran Conflict) में हुए हवाई हमले के बाद इजराइली वायु सेना (IDF) प्रवक्ता डेनियल हगारी (Daniel Hagari) ने बड़ा दावा किया है।

IDF प्रवक्ता का कहना है कि “हमने ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं। इजरायल के लिए तत्काल खतरों को विफल कर दिया गया है। IDF ने अपना मिशन पूरा कर लिया है। यदि ईरान तनाव का एक नया दौर शुरू करने की गलती करता है तो हम जवाब देने के लिए बाध्य होंगे। हमारा संदेश स्पष्ट है, जो लोग इजराइल को धमकी देते हैं और क्षेत्र को व्यापक तनाव में घसीटना चाहते हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। आज, हमने प्रदर्शित किया कि हमारे पास निर्णायक रूप से कार्य करने की क्षमता और संकल्प दोनों हैं और हम इजराइल और उसके लोगों की रक्षा के लिए हमले और रक्षा के लिए तैयार हैं।”

IDF द्वारा ईरान की राजधानी तेहरान (Tehran Iran) के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के बाद ईरान का पक्ष भी सामने आया है। ईरान का कहना है कि उसने इजराइल के हमले को एयर डिफेंस सिस्टम के सहारे नष्ट कर दिया है और देश को होने वाली हानि से बचा लिया है।

क्या Tehran में परमाणु ठिकानों पर भी निशाना साधेगा IDF?

इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) की ओर से बीते रात ईरान की राजधानी तेहरान में कई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए गए। इन हमलों से तेहरान दहल उठा। इजराइल-ईरान के बीच छिड़ी जंग को लेकर अब एक नया सवाल उठ रहा है। पूछा जा रहा है कि क्या इजराइल, ईरान के परमाणु ठिकानों पर भी निशाना साधेगा?

बता दें कि इजराइल (Israel) की ओर से अब तक ईरान (Iran) के परमाणु स्थलों या तेल सुविधाओं पर हमले नहीं किए गए हैं। इजराइली सेना फिलहाल सैन्य लक्ष्यों पर केंद्रित है और जवाबी कार्रवाई के रूप में सैन्य ठिकानों को निशाना बना रही है। IDF का कहना है कि “हम उन चीजों को निशाना बना रहे हैं जो अतीत में हमारे लिए खतरा रही होंगी या भविष्य में हो सकती हैं।” ऐसे में अभी इस तरह की किसी संभावना को बल मिलता नजर नहीं आ रहा है।

परमाणु ठिकानों पर हमला हुआ तो परिणाम क्या?

मिडिल इस्ट में इजराइल-ईरान, इजराइल-लेबनान-हिज्बुल्लाह, इजराइल-हमास और तुर्की-इराक-सीरिया के बीच आस्तित्व की जंग छिड़ी है। ऐसे में ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले होने की संभावना पर सबसे ज्यादा चर्चा है। हालांकि, चर्चा इस बात को लेकर भी हो रही है कि यदि ऐसा हुआ तो इसका परिणाम क्या होगा?

बता दें कि यदि परमाणु ठिकानों (Nuclear Facilities) को निशाना साधा गया तो इससे हताहत होने वालों में आम नागरिकों की संख्या सबसे ज्यादा होगी। इसका असर बेहद भयावह होगा और दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ज़द में जा सकती है। परमाणु विस्फोट से दीर्घकालिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसका साक्षात उदाहरण जापान का हिरोशिमा और नागासाकी शहर है।

जापान (Japan) के हिरोशिमा और नागासाकी शहर (Hiroshima and Nagasaki) पर अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 की सुबह परमाणु बम गिराए थे। हिरोशिमा पर “लिटिल बॉय” नागासाकी पर “फैट मैन” परमाणु बम गिराया गया था। परमाणु हमले की ज़द में आने से हिरोशिमा में लगभग 140000 और नागासाकी में 74000 लोगों की मौत हुई थी।

परमाणु हमले का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ा और नागरिक ल्यूकेमिया, कैंसर या अन्य भयानक दुष्प्रभावों का सामना करते पाए गए। वर्तमान की बात करें तो अब भी परमाणु हमलों से प्रभावित जापान के इन शहरों में बच्चे शारीरिक भिन्नता के साथ पैदा होते हैं। ऐसे में यदि आगामी समय में परमाणु हमला हुआ तो दुनिया को विध्वंस होने से बचाना बेहद मुश्किल साबित होगा।

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