Israel-Iran Conflict: मिडिल इस्ट (Middle East) में इजराइल और ईरान के बीच आस्तित्व का जंग तेज होता नजर आ रहा है। इस तकरार में अमेरिका और रूस जैसे विकसित देश भी अपनी भरपूर दिलचस्पी दिखा रहे हैं। एक ओर अमेरिका (US) का साथ इजराइल को तो वहीं दूसरी ओर रूस (Russia) का साथ ईरान (Iran) को मिलता नजर आ रहा है।
मिडिल इस्ट (Israel-Iran Conflict) में ताजा हालात की बात करें तो अमेरिका ने रूस समर्थित देश ईरान को बड़ा झटका देते हुए इजराइल में THAAD एंटी मिसाइल सिस्टम तैनात करने का निर्णय लिया है। दावा किया जा रहा है कि मिसाइल डिफेंस सिस्टम THAAD की तैनाती के बाद पीएम नेतन्याहू (PM Benjamin Netanyahu) का देश (Israel) मजबूत हो सकेगा और आगामी समय में ईरान के हवाई हमलों को नाकामयाब कर सकेगा।
Israel-Iran Conflict के बीच ‘शिया देश’ को झटका
ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष (Israel-Iran Conflict) का दौर लगातार जारी है। बीते 1 अक्टूबर की शाम ईरान ने इजराइल पर जवाबी कार्रवाई करते हुए 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल (BM) दाग दिए थे। इसके बाद से इजराइल (Israel) मौके की तलाश में है। इसी बीच इजराइल की शक्ति में वृद्धि भी हुई है और शिया देश के खिलाफ वो मजबूत हुआ है। जानकारी के मुताबिक इजराइल को जल्द ही अमेरिकी THAAD एंटी मिसाइल सिस्टम की खेंप भेंट की जाएगी।
अमेरिकी मिसाल सिस्टम इजराइल की सीमावर्ती इलाकों पर तैनात किए जाएंगे ताकि वे ईरान (Iran) द्वारा किए जाने वाले हवाई हमलों को नाकाम कर सकें। पेंटागन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि इस मिसाइल सिस्टम के संचालन हेतु अमेरिकी सैनिक भी इजराइल भेजे जाएंगे। ऐसे में इजरायल और ईरान में बढ़ते तनाव के बीच इजरायली जमीन पर अमेरिकी सैनिकों और THAAD मिसाइल की तैनाती बहुत महत्वपूर्ण है। दावा किया जा रहा है कि इससे ईरान को झटका लगेगा और इजराइल के समक्ष ‘शिया देश’ कमजोर पड़ सकता है।
Iran को मिला Russia का समर्थन
मिडिल इस्ट (Middle East) में इजराइल और ईरान के बीच बढ़ रहे तनाव के माहौल के बीच दुनिया के दो शक्तिशाली देश खूब रूचि ले रहे हैं। इसमें अमेरिका (America) और रूस (Russia) का नाम सामने है। दरअसल अमेरिका जहां इजराइल को पूर्ण समर्थन दे रहा है तो वहीं रूस के हाथ अब ईरान के कंधों पर हैं। इसी क्रम में बीते दिनों रूस के राष्ट्रपति Vladimir Putin ने ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान (Masoud Pezeshkian) से तुर्कमेनिस्तान में मुलाकात की थी।
इस दौरान मिडिल इस्ट के ताजा हालात पर भी चर्चा होने की खबर है। जब इजराइल (Israel) को अमेरिका का समर्थन मिल रहा है तो रूस का ईरान (Iran) के साथ जाना काफी अहम है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इजराइल और ईरान में छिड़े जंग (Israel-Iran Conflict) का परिणाम क्या होता है और रूस व अमेरिका युद्ध में अपनी भूमिका किस प्रकार निभाते हैं?