Vladimir Putin: राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने एक नया कानून पारित कर दिया है। अब से रुस के अधिकारी सरकारी कामकाज में विदेशी भाषा के शब्दों का आधकारिक प्रयोग नहीं कर पाएंगे। अब समूचे सरकारी कामकाज में पूरी तरह रूसी भाषा का ही उपयोग करना होगा। उन्होंने इस कानून के बारे में बताते हुए कहा कि इसका लक्ष्य रुस की सुरक्षा को स्थिति को सुनिश्चित करना है।
जानें क्या है मामला
समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक रुसी सरकार की अधिकारिक बेवसाइट पर स्पष्ट शब्दों में कहा गया है कि रुसी फेडरेशन की राज्य भाषा के रुप में आधिकारिक कामकाज में उन शब्दों के उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी, जो आधुनिक रुसी मानदंडों के हिसाब से नहीं होंगे। केवल रुसी भाषा का ही उपयोग सुनिश्चित करना होगा। इस नए कानून के मुताबिक रुसी अधिकारी विदेशी शब्दों से बचते हुए रुसी भाषा का प्रयोग करने के लिए बाध्य होंगे। अभी भी उपयोग हो सकने वाले कुछ शब्दों की जो छूट प्रदान की गई है। उसकी सरकार की ओर से एक सूची शब्दकोशों और संदर्भित पुस्तकों में प्रकाशित कर जारी की जाएगी।
जाने क्या है कानूनी उद्देश्य
रुसी सरकार की आधिकारिक बेवसाइट के मुताबिक इस नए कानून को पास करने का लक्ष्य रुस की स्थिति की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रक्षा सुनिश्चित करना और देश का समर्थन करना है। इस कानून के बनने के बाद रुसी सरकार प्रशासनिक कार्यालयों में आधिकारिक कामकाज की जरुरतों के हिसाब से शब्दों का संकलन करेगी। इन संकलित शब्दकोशों को पुतिन की कैबिनेट के द्वारा मंजूरी प्रदान की जाएगी। इसके बाद ही सरकारी कामकाज में इसके समर्थन करने के लिए प्रक्रिया शुरु की जाएगी। इससे पहले भी रुस अपने देश में उन विदेशी वाक्याशों और शब्दों के उपयोग करने को प्रतिबंधित कर चुका है, जो रुस के साहित्यिक भाषाई मापदंडों के अनुरुप न होकर अश्लीलता को बढ़ावा दे रहे थे।