Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान की स्थिति दिन – प्रतिदिन बिगड़ती ही जा रही है। लोग यहां पर खाने के लिए दाने – दाने को मोहताज है। अगर आजादी के 75 साल बाद पाकिस्तान की स्थिति पर गौर करें तो लोगों को कंगाली के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। ऐसे में पाकिस्तान की इस कंगाली को खत्म करने के लिए चीन ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। बता दें कि भुखमरी और कंगाली की कगार पर खड़े पाकिस्तान को चीन 1.3 अरब डॉलर की मदद करने जा रहा है। इस बात की जानकारी पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को एक न्यूज चैनल के माध्यम से दी।
पाकिस्तान के वित्तमंत्री के द्वारा कहा गया है कि ” चीन जल्द ही पाकिस्तान की मदद के लिए इंडस्ट्रीयल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना के द्वारा कर्ज प्रदान करेगा। यह कर्ज पाकिस्तान में विकास के लिए और लोगों की मदद के लिए लिया जा रहा है।” इस कर्ज से पाकिस्तान फिर से अपने विदेशी मुद्रा को प्राप्त कर सकता है। वहीं वित्तमंत्री की तरफ से यह भी जानकारी दी गई की चीन के द्वारा पहली किश्त प्राप्त हो चुकी है।
पाकिस्तान को बदनाम करने की हो रही कोशिश
पाकिस्तान के हालात भले ही बद से बदतर हो जाए लेकिन घमंड कभी भी कम नहीं होगा। पहले रूस से और फिर चीन से मदद लेने के बाद पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने कहा है कि ” पाकिस्तान के विरोध में खड़े रहने वाले मुल्क हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। ये मुल्क कह रहे हैं कि आने वाले समय में पाकिस्तान डिफॉल्ट घोषित हो सकता है। जबकि यह किसी भी देश का अपमान है, हमारे देश की अर्थव्यवस्था अब भी पहले की तरह ही सही चल रही है।
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IMF के साथ समझौता है जारी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार लगातार यह दावा कर रहे हैं कि ” हमारे देश की परिस्थितियों में सुधार हो गया है।” अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ कुछ ही दिनों में समझौता होने वाला है। जून महीने के अंत तक पाकिस्तान अपने फाइनेंशियल गैप को भी खत्म कर लेगा और विदेशी फंडिंग के द्वारा देश विकास की तरफ फिर से आगे बढ़ेगा। बता दें कि पाकिस्तान काफी समय से IMF समझौते को लेकर राग अलाप रहा है। अगर IMF और पाकिस्तान के बीच यह समझौता हो जाता है तो एक अरब डॉलर तक की किश्त पाकिस्तान को दी जाएगी।