Pakistan Passport: हेनले एंड पार्टनर्स की हालिया रैंकिंग के अनुसार, पाकिस्तानी पासपोर्ट लिस्ट में सबसे नीचे पहुंच गया है, और लगातार चौथे साल दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट के रूप में सबसे नीचे आ गया है। बता दें कि अभी यह 100वें स्थान पर है, यह कुल 33 देशों में वीज़ा-मुक्त या आगमन पर वीज़ा पहुंच प्रदान करता है। पिछले साल के 106वें स्थान से थोड़ा सुधार हुआ है हालांकि, यह अभी भी बहुत कमजोर है। पाकिस्तान का पासपोर्ट इराक 101वें, सीरिया 102वें और अफगानिस्तान 103वें पासपोर्ट से कमजोर बना हुआ है।
क्या है वजह
गौरतलब है कि दुनिया के कई ऐसे देश है जो पाकिस्तान में जानें से कतराते है, जिसके कारण इसकी हालिया रैंकिंग काफी नीचे पहुंच चुकी है। इसके कई कारण हो सकते है जैसे आतंकवाद के साथ इसके निरंतर मुद्दे, आर्थिक चुनौतियां और विश्व मंच पर सामान्य छवि। पिछले साल की तुलना में रैंकिंग में मामूली वृद्धि के बावजूद – जहां एक पाकिस्तानी पासपोर्ट धारक बिना वीज़ा के केवल 32 देशों की यात्रा कर सकता था। वहीं अब या एक अंक बढ़कर 33 हो गया है।
भारतीय पासपोर्ट ने दिखाई अपनी ताकत
इस साल 2024 में भारतीय पासपोर्ट 2 अंक उछलकर 82वें स्थान पर पहुंच गया है। भारतीय पासपोर्ट पर 58 देशों में वीज़ा फ्री एंट्री पाई जा सकती है। इनमें अंगोला, भूटान, मालदीव समेत कई देश शामिल हैं। 2023 में भारत 84वें स्थान पर था।
इन देशों के वीजा है सबसे मजबूत
आपको बता दें कि सिंगापुर का पासपोर्ट सबसे मजबूत है। यह अपने नागरिकों को 195 देशों में वीज़ा-मुक्त पहुंच प्रदान करता है। इस शीर्ष रैंक का श्रेय वैश्विक स्तर पर सिंगापुर की मजबूत स्थिति और उसके अंतरराष्ट्रीय संबंधों की अच्छी प्रतिष्ठा को दिया जा सकता है। इसके बाद दूसरे स्तर पर जर्मनी, इटली, जापान, फ्रांस और स्पेन के पासपोर्ट होंगे, जो कुल 192 देशों में प्रवेश की अनुमति देते हैं। इस बीच, ऑस्ट्रिया, फ़िनलैंड, आयरलैंड, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया और स्वीडन सभी 191 देशों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देते हैं, इस प्रकार उन्हें तीसरी श्रेणी में जगह मिलती है।