PM Modi Austria Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान दूसरे विदेश यात्रा पर हैं। 8 जुलाई को रूस के लिए रवाना हुए पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्यादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक संपन्न कर अब ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना पहुंच चुके हैं। वियना पहुंचने के दौरान पीएम मोदी की स्वागत गर्मजोशी से किया गया।
पीएम मोदी ने आज ऑस्ट्रिया दौरे के दौरान ही वियना में जयवायु परिवर्तन व आतंकवाद जैसे कई गंभीर मसलों पर चर्चा की है। पीएम मोदी ने इसके अलावा ऑस्ट्रिया की इस यात्रा को बेहद खास बताया है। बता दें कि लगभग 42 वर्षों बाद, अब जाकर किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया का दौरा (PM Modi Austria Visit) किया है। पीएम मोदी से पहले सन् 1982 में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया था।
PM Modi का ऑस्ट्रिया दौरा
पीएम मोदी अपने तीसरे कार्यकाल के दूसरे विदेश दौरे पर गए हैं। इस दौरान उन्होंने बीते दिनों रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी जिसको लेकर खूब खबरें बनी थीं। अब पीएम मोदी अपने अगले दौरे पर ऑस्ट्रिया पहुंचे हैं।
पीएम मोदी ने इस दौरान कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी है। ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में उन्होंने कहा कि “हमने उन सबसे बड़ी चुनौतियों पर चर्चा की, जिनका मानवता इस समय सामना कर रही है इसमें जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद शामिल हैं। जलवायु विषय में, हम ऑस्ट्रिया को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन, आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे और जैव के लिए टकराव जैसी हमारी पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। दोनों राष्ट्र आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं और हम सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता।”
पीएम मोदी ने इस दौरान वियना में इशारों-इशारों में ही रूस-यूक्रेन वार को लेकर भी अपनी बात कह दी। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि ”मैंने पहले भी कहा है, यह युद्ध का समय नहीं है, हम युद्धक्षेत्र में समस्याओं का समाधान नहीं ढूंढ पाएंगे। निर्दोष लोगों की हत्या चाहें जहां भी हो, यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।” भारत और ऑस्ट्रिया बातचीत और कूटनीति पर जोर देते हैं और इसके लिए हम मिलकर हर आवश्यक सहयोग देने के लिए तैयार हैं।”
ऑस्ट्रियाई चांसलर से खास मुलाकात
पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर के साथ हुई मुलाकात की तस्वीर साझा की है। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया है कि ऑस्ट्रियाई चांसलर से उनकी मुलाकात बेहद खास है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कई दशकों बाद कोई भारतीय पीएम इस अद्भुत देश का दौरा कर रहा है। यह वह समय है जब हम भारत-ऑस्ट्रिया मित्रता के 75 वर्ष पूरे कर रहे हैं।
पीएम मोदी की ओर से ये भी स्पष्ट किया गया कि भारत और ऑस्ट्रिया को लोकतंत्र और कानून का शासन जैसे सिद्धांत आपस में जोड़ते हैं। पीएम मोदी का कहना है कि भारत और ऑस्ट्रिया के बीच मजबूत आर्थिक संबंध स्वाभाविक रूप से शामिल थे, लेकिन हम दोस्ती को केवल इसी पहलू तक सीमित नहीं रखना चाहते। हम बुनियादी ढांचे के विकास, नवाचार, जल संसाधन, AI, जलवायु परिवर्तन और अन्य क्षेत्रों में अपार संभावनाएं देखते हैं।