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Bangladesh Violence के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन! ISKCON मामले पर Muhammad Yunus का सख्त रुख? Vikram Misri के दौरे का हासिल क्या?

Bangladesh Violence: भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर आज दिल्ली में स्थित बांग्लादेश उच्चायोग दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया गया। चिन्मय कृष्णा दास की गिरफ्तारी पर मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के रुख पर भी चर्चा हो रही है। इसके अलावा विदेश सचिव विक्रम मिस्री के ढाका दौरे के हासिल से जुड़े सवाल भी पूछे जा रहे हैं।

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Bangladesh Violence
सांकेतिक तस्वीर

Bangladesh Violence: हिंसा की गूंज मौके से इतर अन्य कई हिस्सों में सुनाई देती है। यही वजह है कि बांग्लादेश में चल रहे हिंसा (Bangladesh Violence) की चर्चा देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में है। कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं पर निशाना साधने के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर सवाल उठे हैं। इसी कड़ी में आज विभिन्न संगठनों ने दिल्ली (Delhi) में स्थित बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। बांग्लादेश में हिंसा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Vikram Misri) ने बीते दिन ढाका का दौरा किया था। इस दौरान अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा व ISKCON पुजारी चिन्मय कृष्णा दास पर हुई कार्रवाई से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होने की खबर आई। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ISKCON मामले को Muhammad Yunus की सरकार ने अपना आंतरिक मुद्दा बताया। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि विक्रम मिस्री के दौरे का हासिल क्या है?

Bangladesh Violence के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन!

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज बांग्लादेश में हो रही हिंसा (Bangladesh Violence) के खिलाफ प्रदर्शन का दौर जारी है। दिल्ली (Delhi) में स्थित बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर नागरिक समाज और विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) की अंतरिम सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए हैं।

ISKCON मामले पर Muhammad Yunus का सख्त रुख?

विक्रम मिस्री के ढाका दौरे पर सबकी निगाहें टिकी थीं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ढाका में मोहम्मद यूनुस, मोहम्मद तौहीद हुसैन और मोहम्मद जशीमुद्दीन के साथ बैठक कर विक्रम मिस्री ने कई अहम मुद्दों पर बांग्लादेश (Bangladesh) की अंतरिम सरकार का ध्यान आकर्षित किया। एबीपी में छपी एक रिपोर्ट की मानें तो ISKCON पुजारी चिन्मय कृष्णा दास पर हुई कार्रवाई से जुड़े मामले में बांग्लादेश का सख्त रुख नजर आया है। मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) की अंतरिम सरकार ने चिन्मय कृष्णा दास से जुड़े मामले को बांग्लादेश का आंतरिक मुद्दा बताया है। यही वजह है कि बांग्लादेश के सख्त रुख की चर्चा जोरों पर है।

Vikram Misri के Bangladesh दौरे का हासिल क्या?

शेख हसीना सरकार के तख्तापलट होने के बाद विक्रम मिस्री (Vikram Misri) भारत के पहले आला अधिकारी के रूप में बांग्लादेश के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अंतरिम सरकार के चीफ मोहम्मद यूनुस और अन्य कई महत्वपूर्ण महकमों से जुड़े लोगों से मुलाकात की। विक्रम मिस्री के बांग्लादेश (Bangladesh) दौरे के हासिल पर चर्चा करना अभी थोड़ी जल्दबाजी होगी। हालांकि, फिर भी उन्होंने जिस अंदाज से अंतरिम सरकार के समक्ष अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा से जुड़े सवाल उठाए हैं, वो प्रभावी हैं। कई प्रांतिय और ग्लोबल मुद्दों पर भी चर्चा होने की खबर है। ऐसे में विक्रम मिस्री के दौरे का असर क्या होगा इसका पता निकट भविष्य में लग सकेगा।

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