Russia-US Relation: यूक्रेन युद्ध के बाद अमेरिका और रूस के बीच डिप्लोमेट्स रिश्तों में तल्खी देखने को मिलने लगी है। पहले रूस ने मॉस्को से दो अमेरिकी डिप्लोमेट्स को देश छोड़ने का आदेश दे दिया था। अब अमेरिका ने उसकी जवाबी कार्यवाही में रूस के दो डिप्लोमेट्स को देश से निष्कासित कर दिया है, और अब दोनों देशों के बीच इस पूरी प्रक्रिया को लेकर तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है।
अमेरिका ने रूसी डिप्लोमेट्स को देश छोड़ने का दिया आदेश
रूस–यूक्रेन के युद्ध के बाद अमेरिका और रूस अक्सर एक दूसरे के आमने-सामने नजर आते रहे हैं। लेकिन अब एक दूसरे पर इन्होंने एक्शन लेना भी शुरू कर दिया है। बता दें कि पहले रूस ने अमेरिका के दो रासायनिक यानी कि डिप्लोमेट्स को निष्कासित कर दिया था और उन्हें 7 दिन के अंदर देश छोड़ने का हुक्म सुनाया था। ठीक अब रूस की तरह अमेरिका ने भी नहले पर दहला खेला है, यानी कि अमेरिका ने भी शुक्रवार को जवाबी कार्यवाही करते हुए दो रूसी डिप्लोमेट्स को निष्कासित कर दिया है और अमेरिका छोड़कर जाने का आदेश दिया है।
बाइडेन सरकार के विदेश विभाग ने कहा, हमने यह कार्रवाई रूस के जवाब में की है। मॉस्को ने दो अमेरिकी राजनयिकों को निष्कासित किया है और देश छोड़ने के लिए कहा है। आरोप लगाया कि यूएस डिप्लोमैट वहां एक रूसी नागरिक के साथ संपर्क में थे। ये नागरिक पहले रूस के व्लादिवोस्तोक शहर में इस साल बंद हो चुके अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में काम करता था। बाद में उसे ‘मुखबिरी’ के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
‘हमारे राजनयिकों के उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा’
प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक बयान में कहा, हमारे राजनयिकों के उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मॉस्को में हमारे दूतावास कर्मियों के खिलाफ अस्वीकार्य कार्रवाइयों के परिणाम भुगतने होंगे। जानाकारी के लिए बता दें कि अमेरिका की तरफ से यह निष्कासन ऐसे समय में किया गया है, जब यूक्रेन में युद्ध को लेकर वॉशिंगटन और मॉस्को के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। बीते लंबे समय से पूरी दुनाया दोनों देशों के बीच लगातार शीत युद्ध को देख रही है। ऐसे में दोनों देशों के राजनयिक संबंध अपने सबसे खराब स्तर पर पहुंच गए हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि बीते महीनें यानी की 14 सितंबर को रूस के विदेश मंत्रालय ने मॉस्को में अमेरिकी दूतावास के अधिकारी जेफरी सिलिन और डेविड बर्नस्टीन पर अवैध गतिविधि का आरोप लगाया था और उन्हें सात दिनों के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया था। दोनों राजनयिकों को निष्कासित करते समय रूसी मंत्रालय ने कहा था कि वे वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी रॉबर्ट शोनोव के साथ संपर्क में थे। शोनोव पर यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई और संबंधित मुद्दों के बारे में अमेरिकी राजनयिकों के लिए जानकारी एकत्र करने का आरोप था।
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