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पूर्व पीएम Sheikh Hasina ने बांग्लादेश की Muhammad Yunus सरकार पर लगाया गंभीर आरोप, कहा ‘असंवैधानिक रूप से हड़पी…,’ जानें डिटेल

Sheikh Hasina: पूर्व पीएम शेख हसीना ने बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व पीएम ने बकायादा बांग्लादेश आवामी लीग के एक्स हैंडल एक लंबा चौड़ा नोट पोस्ट किया है।

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Sheikh Hasina
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Sheikh Hasina: अल्पसंख्यक हिंदुओं पर बांग्लादेश में लगातार हो रहे हमलों को लेकर भारत के साथ- साथ अब विदेशों से भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इसी बीच अब बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने Chinmay Krishna Das की गिरफ्तार, वकील की हत्या, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल बांग्लादेश आवामी लीग के एक्स हैंडल के माध्यम से एक नोट जारी कर शेख हसीना ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

Sheikh Hasina ने मोहम्मद यूनुस सरकार पर लगाया गंभीर आरोप

बांग्लादेश आवामी लीग के एक्स पर लिखा गया है कि “अवामी लीग के अध्यक्ष बंगबंधु की बेटी शेख हसीना का बयान – चटगांव में एक वकील की हत्या कर दी गई है, इस हत्या का कड़ा विरोध हो रहा है। इस हत्या में शामिल लोगों को शीघ्र ढूंढकर सजा दी जानी चाहिए। इस घटना से मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन हुआ है।

एक वकील अपने पेशेवर कर्तव्यों का पालन करने गया था, और जिन लोगों ने उसे पीट-पीटकर मार डाला, वे आतंकवादी हैं। चाहे वे कोई भी हों, उन्हें सजा मिलनी ही चाहिए। यदि असंवैधानिक रूप से हड़पी गई यूनुस सरकार इन आतंकवादियों को दंडित करने में विफल रहती है, तो उसे मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए भी सजा का सामना करना पड़ेगा”।

हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर Sheikh Hasina ने दी प्रतिक्रिया

पूर्व प्रधानमंत्री Sheikh Hasina ने आगे कहा कि “वर्तमान सत्ता हथियाने वाले हर क्षेत्र में विफल साबित हो रहे हैं। आवश्यक द्रव्य ‍जड़ ‍को नियंत्रित करने में असफल होना, मानव जीवन को सुरक्षा प्रदान करने में भी विफल रहता है। आम जनता पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हो रहे इन अत्याचारों की कड़ी निंदा करती हूं। सनातन धार्मिक समुदाय के एक शीर्ष नेता को अन्यायपूर्वक गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। चटगांव में एक मंदिर जला दिया गया है. पहले, अहमदिया समुदाय की मस्जिदों, धर्मस्थलों, चर्चों, मठों और घरों पर हमले किए गए, तोड़फोड़ की गई और लूटपाट की गई और आग लगा दी गई। सभी समुदायों के लोगों के लिए धार्मिक स्वतंत्रता और जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।

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