Syria Civil War: मिडिल इस्ट (Middle East) में संघर्ष का एक नया दौर शुरू है। इजरायल-ईरान (Israel-Iran) के बाद अब सीरिया की स्थिति चिंताजनक हो गई है। दरअसल, सीरिया में गृह युद्ध (Syria Civil War) के हालात पैदा हो गए हैं। सीरियाई राष्ट्रपति बशर-अल-असद, तख्तापलट के बाद देश छोड़कर रूस (Russia) की शरण में पहुंच गए हैं। खबर है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने सीरिया में छिड़े गृह युद्ध के बाद बशर-अल-असद (Bashar al-Assad) को पनाह दी है। सीरिया (Syria) की स्थिती पर अमेरिका (America) भी नजर गड़ाए हुए बैठा है। जो बाइडेन (Joe Biden) का कहना है कि “असद शासन का पतन न्याय का एक मौलिक कार्य है।”
Syria Civil War के बीच Joe Biden की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सीरिया में छिड़े गृह युद्ध (Syria Civil War) को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जो बाइडेन (Joe Biden) का कहना है कि “आखिरकार, असद शासन का पतन हो गया। इस शासन का पतन न्याय का एक मौलिक कार्य है। यह सीरिया (Syria) के पीड़ित लोगों के लिए अपने देश को बेहतर बनाने का ऐतिहासिक अवसर का क्षण है।”
Vladimir Putin की शरण में पहुंचे Bashar al-Assad!
बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट की मानें तो सीरिया के राष्ट्रपति रूस की राजधानी मॉस्को पहुंचे हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने बशर-अल-असद (Bashar al-Assad) को पनाह दी है। बता दें कि सीरिया में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूस का खूब दखल रहा है। रूस (Russia) के साथ ईरान को भी सीरिया का पक्षधर माना जाता है। रूस, सीरिया के लताकिया प्रांत में हमीमिम एयर बेस का संचालन भी करता रहा है। इसकी मदद से हवाई हमले किए जाते हैं। इसके अलावा भी सीरिया में कई परियोजनाओं में रूस की अच्छी-खासी निवेश है। राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन (Vladimir Putin) और बशर-अल-असद के बीच बेहद अच्छे संबंध रहे हैं। यही वजह है कि विषम परिस्थिति की आहट मिलते ही बशर-अल-असद ने रूस की पनाह ली है।