Chinese Spy Facility: पड़ोसी देश चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब एक बार फिर चीन के कारनामों का पर्दाफाश हुआ है। चीन बस भारत ही नहीं, बल्कि कई अन्य देशों के लिए परेशानी का सबब है। चीन पर कई बार दूसरे देशों की जासूसी के आरोप लग चुके हैं। लेकिन चीन हमेशा इन आरोपों को नकारता आया है। लेकिन, इस बार चीन के सारे कारनामों की पोल खुल गई है।
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क्यूबा में जासूसी केंद्र खोलेगा चीन
इसा साल के शुरुआत में अपने ‘जासूसी गुब्बारों’ के चलते अमेरिका के निशाने पर आया चीन एक बार फिर अमेरिका के निशाने पर आ गया है। अमेरिका की इंटेलिजेंस रिपोर्ट में चीन की नई रणनीति को पोल खोल कर रखी दी है। इंटेलिजेंस रिपोर्ट को मुताबिक चीन फिर अमेरिका की जासूसी करने के लिए प्लान तैयार कर रहा है। जिसके तहत वह क्यूबा में एक जासूसी केंद्र खोलने जा रहा है। इस केंद्र की दूरी अमेरिका से मात्र 100 मील की होगी, जिसे एक द्वीप पर स्थापित किया जाएगा।
अरबों डॉलर का भुगतान करने को तैयार चीन
अमेरिकी मीडिया हाउस CNN के मुताबिक क्यूबा ने चीन की इलेक्ट्रॉनिक ईव्सड्रॉपिंग फैसिलिटी को स्थापित करने को मंजूरी दे दी है। CNN की रिपोर्ट में इंटेलिजेंस अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि दोनों देश में इस बात को लेकर समझौता हो गया है। जल्द वहां पर एक जासूसी केंद्र खोला जाएगा। जिसके लिए चीन क्यूबा को अरबों डॉलर का भुगतान करने को तैयार है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन इस केंद्र के जरिए अमेरिका पर नजर रखेगा।
‘मुंहतोड़ जवाब देने में हम सक्षम’
इंटेलिजेंस की इस रिपोर्ट पर व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का भी बयान सामने आया है। परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में चीन की जासूसी नीतियों का खुलासा हुआ है। हम इस पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। किसी भी किसी भी हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने में हम सक्षम हैं।
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