Friday, November 22, 2024
Homeख़ास खबरेंUS on CAA: सीएए कानून में अचानक अमेरिका को क्यों याद आया...

US on CAA: सीएए कानून में अचानक अमेरिका को क्यों याद आया भारत का संविधान उल्लंघन?

Date:

Related stories

क्या दुनिया से Dollar के दबदबे को खत्म कर सकते हैं BRICS देश? जानें US के लिए क्यों है चिंता का विषय?

US Dollar vs BRICS Currency: रूस (Russia) के कजान शहर में आयोजित 16वें BRICS Summit का समापन आज यानी 24 अक्टूबर को होना है। कजान (Kazan) में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ने दुनिया का समक्ष चर्चा का एक नया विषय दे दिया है।

BRICS vs NATO: PM Modi, Xi Jinping समेत 36 राष्ट्राध्यक्षों की मेजबानी कर रहे Putin, क्या America के लिए चिंता का विषय?

BRICS vs NATO: रूस के 8वें सबसे अधिक आबादी वाले शहर कजान (Kazan) में आज दुनिया के तमाम ताकतर राष्ट्राध्यक्षों का जमावड़ा लगा है। वोल्गा और काजानका नदी के संगम पर स्थित कजान की सुरक्षा व्यवस्था भी चका-चौंध है।

US on CAA: नागरिकता कानून Citizenship Amendment Act (CAA) को सरकार की तरफ से लोगसभा चुनावों से ठीक पहले लागू कर दिया गया था। जिसको लेकर काफी विवाद भी हुआ। इस कानून के अंतर्गत 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिमों को भारत की नागरिकता दी जाएगी।

इस कानून में मुसलमानों को छोड़कर हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता मिलने का प्रावधान है। इसलिए इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था। इस मामले पर अब अमेरिका की तरफ से भी प्रतिक्रिया आयी है। अमेरिका की इस रिपोर्ट पर काफी चर्चा होने लगी है।

CAA पर अमेरिका ने केन्द्र सरकार को घेरा

अमेरिका ने भारत के नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर अपनी एक रिपोर्ट दी है। जिसमें बताया गया है कि, भारतीय संविधान के कुछ अनुच्छेदों का ये कानून उल्लंघन करता है। ये रिपोर्ट अमेरिका संसद की एक स्वतंत्र शोध इकाई ने पेश की है।

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, ” हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी एक हिंदू बहुसंख्यकवादी, मुस्लिम विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ा रही हैं, जिससे भारत को आधिकारिक रूप से धर्मनिरपेक्ष गणराज्य का दर्जा देने वाली छवि धूमिल होती है। साथ ही इससे अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानदंडों और दायित्वों का भी उल्लंघन होता है। राष्ट्रीय नागरिक पंजी NRC और सीएए कानून से भारत के करीब 20 करोड़ मुस्लिम अल्पसंख्यकों के अधिकारों को खतरा है।”

अमेरिका पहले भी उठा चुका का CAA का मुद्दा

इस मामले पर अमेरिका पहले भी टिप्पणी कर चुका है। जिसको लेकर भारत ने जवाब दिया था कि, ये कानून भारत का आंतरिक मामला है। इससे लोगों को नागरिकता दी जाती है ना कि छीनी जाती है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।   

Aarohi
Aarohihttps://www.dnpindiahindi.in/
आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

Latest stories