Truth Of locked Grave: सोशल मीडिया पर अक्सर आपको बहुत सी चीजें वायरल होते हुए आपको दिख जाएंगी। इनमें से कुछ असल जिंदगी से जुड़ी हुई होती हैं जिनमें सच्चाई होती है तो वहीं कुछ चीजें कई बार बिना तथ्यों के भी वायरल हो जाती है। इन्हीं चीजों में पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर और अगल – अलग न्यूज चैनल के वेबसाइट पर एक तस्वीर काफी तेजी से वायरल हो रही है।
इस तस्वीर को लेकर यह दावा किया गया कि ये तस्वीर पाकिस्तान के कब्रिस्तान की है जहां पैरेंट्स अपने बेटियों के कब्र की सुरक्षा कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह कहा जा रहा था कि कब्र से लाशे निकलकर उनके साथ में रेप किया जा रहा है। मगर अब इसके बारे में पूरी सच्चाई निकलकर सामने आई है। यह सच्चाई जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे कि कैसे देखते ही देखते भ्रामक चीजें वायरल हो जा रही है।
दावा निकला गलत
Yesterday Some miscreants tried to defame a particular religion by claiming parents grave lock to save daughter to avoid rape. Including @ndtv @TimesNow @ani @dna & many other media house reported this fake propaganda. This grave is from #Hyderabad @zoo_bear pic.twitter.com/VKvPGX4P3h
— Mubashir.Khurram (@infomubashir) April 30, 2023
वहीं जब इस वायरल तस्वीर की गहनता से जांच की गई तो यह सच्चाई निकलकर सामने आई कि यह तस्वीर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की नहीं बल्कि हमारे देश हैदराबाद की है। इससे जुड़ा हुआ एक वीडियो भी सामने आया है जहां ताला लगे कब्र के पास में एक शख्स खड़ा दिखाई दे रहा है। यह शख्स जाली लगे कब्र के बारे में फिर जानकारी देता है। इस वायरल वीडियो वाले शख्स बताता है कि कब्र गेट से एकदम नजदीक पर है। इस शख्स ने जानकारी दिया है कि कब्र बिना कमिटी के इजाजत के भी बनाया गया है। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि कोई अन्य व्यक्ति इस कब्र पर किसी और को न दफना सके इसलिए ऐसा किया गया है। यह कब्र लगभग 2 साल पुरानी है।
Also Read: भारत की इन Most Expensive Cars को खरीदने में अमीरों तक का निकल जाता है तेल, बैंक हो जाते हैं खाली
इस्लामिक विद्वान ने बताई वजह
Reason to lock grave is to protect grave from another burial. pic.twitter.com/SUksrM8GWL
— Mubashir.Khurram (@infomubashir) April 30, 2023
इस्लामिक विद्वान ने जानकारी देते हुए बताया है कि यह वायरल तस्वीर हैदराबाद के मदन्नापेट स्थित दराबजंग कॉलोनी के कब्रिस्तान की है। यहां ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि कई बार लोग बिना कमिटी के परमिशन के कब्र पर शवों को दफन कर रहे थे। कई बार एक शव के ऊपर दूसरी शव भी पड़ जाती थी। इसलिए ऐसा न हो परिवार के लोगों ने जाली लगा दिया।