Viral News: दुनियाभर में अनेक तरह की परंपराएं मानी जाती हैं। जिन्हें कष्ट और दर्द उठाकर भी लोग बहुत ही शिद्दत से मनाते हैं। इन रिति-रिवाजों से लोगों के अलग-अलग विश्वास जुड़े हुए होते हैं। भारत में भी ऐसी कई सारी हैरत में डाल देने वाली परंपराओं को सदियों से माना जा रहा है। लेकिन क्या आपको पता है? थाइलैंड में एक अजीब तरह के रिवाज को माना जाता है। यहां पर लोग शरीर में चाकू, तलवार और पेचकस से कई दिनों तक खुद को गोदते हैं।
फुकेट वेजिटेरियन फेस्टिवल क्या है?
इस अजीब त्योहार का नाम फुकेट वेजिटेरियन फेस्टिवल है। जिसे थाईलैंड में रह रहे अप्रवासी चीनी लोग बहुत ही धूम धाम से मनाते हैं। इस त्योहार को मनाने वाले लोग नुकीली चीजों से अपने शरीर को गोदते हैं। इस त्योहार के समय वह पूरी तरह से शाकाहारी हो जाते हैं। इन लोगों का मानना है कि, ऐसा वह आत्मा की शुद्धी के लिए करते हैं। ये खून खराबे से भरा पर्व पूरे 9 दिन तक चलता है। थाईलैंड के फुकेट में एक तीर्थ स्थल बना हुआ है। यहां पहुंचकर ये लोग अपने शरीर पर नुकीली चीजों से घाव देते हैं। इन लोगों का मानना है कि, धार्मिक स्थल के सामने ऐसा करने से मनोकामना पूरा होती है। इसके पीछे की एक हैरान कर देने वाली कहानी भी है।
चीनी लोग क्यों मनाते हैं ये वेजिटेरियन फेस्टिवल
ऐसा माना जाता है कि, 1825 में थाईलैंड के फुकेट में चीनी प्रसिद्ध ओपेरा यहां आकर रहने लगे थे। इस दौरान ये लोग मलेरिया सहित तमाम रह की बीमारियों से पीड़ित हो गए। ये बीमारी लगातार फैलते जा रही थी। फिर किसी चीनी ने सलाह दी कि, वह पूरी तरह से मांस को छोड़ दें और वेजिटेरियन खाना शुरु कर दें। इसके साथ ही चीनियों के नौ देवताओं का त्योहार मनाने का आदेश दिया।
तब से थाईलैंड के फुकेट में रहने वाले चीन के लोग इस वेजिटेरियन फेस्टिवल को मनाने लगे। वो इन नौ दिन बिल्कुल मांस और अन्य मादक पदार्थों से दूर हो जाते हैं। इस दौरान वो अपने शरीर को नुकीली चीजों से गोदते। इस त्योहार को वो बिना डरे खुशी-खुशी मनाते हैं।
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