Author- DNP News Desk 23/04/2024
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आयुर्वेद भारत की पारंपरिक चिकित्सा का प्रतीक है | जिसमें प्राकृतिक वनस्पतियों और जड़ी बुटी के जरिए इलाज़ किया जाता है | तो आज आप जानेगे मसालों से सेहत बनाने का राज़ |
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हल्दी का प्रयोग तो रसोई में होता ही है | लेकिन हल्दी कई सारे औषधीय गुणों से निपुड है | ये ब्लड सुगर और कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल में रखने के काबिल मानी जाती है |
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जीरा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी पाया जाता है | जो पाचन की समस्या और सूजन कम करता है | इससे वजन भी कम बढ़ता है
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अजवाइन पाचन के साथ वजन कम करने में भी माहिर माना जाता है | इसका प्रयोग सर्दी जुखाम में भी होता है और कील मुहासे तथा त्वचा संबंधी समस्यों में भी राहत मिलती है |
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इलायची को मसालों की रानी भी कहते है | इसमें हाई फाइबर और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते है | पाचन सही करने के साथ ही इम्युनिटी भी बढ़ाती है | इसकी खुशबु तनाव कम करती है |
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धनिये में फाइबर के साथ ही विटामिन-सी, एंटी- बैक्टीरियल होते है | ये त्वचा संबंधी समस्याओं के साथ पाचन का भी इलाज करता है
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लौंग सिर्फ खाने का स्वाद ही नही बल्कि सेहत के लिय भी काफ़ी फायदेमंद होती है | इसके सेवन से हृदय रोगियो को राहत मिलती है |
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काली मिर्च में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी होता है | जिससे वजन कम करने में आसानी होती है और इसके इस्तेमाल से खांसी और कफ़ की दूर होता है |
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मेथी भी आयुर्वेद का प्राचीन हिस्सा रही है | इसमें अमीनो एसिड होता है | जिसके सेवन से पाचन और लीवर की शिकायत दूर होती है | पीरियड्स में होने वाले दर्द में भी राहत देता है