Author- Afsana 23/06/2024
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संसार में हर कोई किसी ना किसी दुख या कष्टों से घिरा है, जिससे छुटकारा पाने के लिए वह लाख कोशिश करतें है लेकिन उनमें से कुछ ही लोग अपने दुखों से उभर पाते हैं, इसके चलते चाणक्य ने इससे सम्बंधित कुछ नीतियों का उल्लेख किया है।
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चाणक्य कहते हैं संसार में दुखी लोगों को शांति की प्राप्ति केवल ये 3 चीजें दे सकती हैं, जिनसे उनका जीवन दुखों से मुक्त हो सकता है।
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चाणक्य अपनी नीति शास्त्र में बताते हैं कि जिस मनुष्य को आज्ञाकारी और अच्छी संतान की प्राप्ति हो गई समझो उसके जीवन का आधा दुःख वहीँ समाप्त हो गया।
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अच्छे संतान की प्राप्ति के बाद मनुष्य भविष्य को लेकर चिंतित नहीं रहता है, जससे वह अपने आगे का जीवन खुशी-खुशी अपने परिवार संग बिता लेता है।
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अगर मनुष्य को जीवन साथी के रूप में अपवित्र स्त्री का साथ मिल जाएं तो उसका जीवन भी किसी नरख से कम नहीं होता, जिसके चलते चाणक्य कहते हैं, पवित्र स्त्री का साथ जीवन के दुखों को कम कर देता है।
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चाणक्य दुखों को कम करने के लिए पवित्र स्त्री का साथ इसलिए कहते हैं क्योंकि इस तरह की स्त्रियां घर को नरख से स्वर्ग बना देती हैं।
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मनुष्य के दुःखों को कम करने के विषय में चाणक्य कहते हैं कि जिस व्यक्ति के पास सज्जन मित्र का साथ होता है तो वह जीवन के सभी दुखों को साथ में झेल लेते हैं, जिससे दुखों का पहाड़ कम हो सकता है।
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चाणक्य बताते हैं अच्छे और सज्जन मित्र के होने से भी मुश्किलें कम हो जाती हैं, इसलिए जीवन में दुखों से मुक्ति पाने के लिए इन सभी का साथ होना जरूरी है।
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