सन 1528 से लेकर 2024 तक, जाने श्री रामजन्म भूमि का पूरा इतिहास

Author : Anshika Shukla Date : 08-01-2024

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सन 1528

साल 1528 में  मुगल सम्राट कमांडर मीर बाकी ने बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था। 

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सन 1885

साल 1885  में पहली बार मामला कोर्ट में पहुंचा। महंत रघुवरदास ने फैजाबाद अदालत में बाबरी मस्जिद से लगे राम मंदिर के निर्माण की इजाजत के लिए अपील दायर की।

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सन 1949

इस साल विवादित ढांचे के बाहर गुंबद के नीचे रामलला की मूर्ति प्रकट हुई। 

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सन 1950

साल 1950 में मूर्ती की पूजा के लिए मुदकमा दायर किया गया। गोपाल सिंह विषारद ने फैजाबाद कोर्ट में मुकदमा दायर करके पूजा के अधिकार की मांग की थी। 

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मूर्ती रखने के लिए मुकदमा

साल 1950 में ही परमहंस रामचंद्र दास ने पूजा और मूर्तियों को रखने की लिए फैजाबाद कोर्ट में मुकदमा दायर किया था।

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सन 1959

साल 1959 में निर्मोही अखाड़ा ने विवादित स्थल पर कब्जे के लिए मुकदमा दायर किया।

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सन 1981

फिर साल 1981 में यूपी वक्फ बोर्ड ने कब्जे के लिए मुकदमा दायर किया।

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सन 1986

साल 1986 में स्थानीय हिन्दुओं को पूजा करने की अनुमति मिली।  

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सन 1992

साल 1992 में बाबरी विध्वंस हुआ और विवादित ढाचें को ढहा दिया गया। इसके बाद राम मंदिर के लिए आंदोलन ने तेजी पकड़ी।

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सन 2002

अप्रैल 2002 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने विवादित स्थल पर मालिकाना हक को लेकर सुनवाई शुरू की।

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सन 2010

30 सितंबर, 2010 को इलाहबाद हाईकोर्ट ने विवादित स्थल को तीन बराबर हिस्सों में सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और रामलला में बांटने का फैसला सुनाया।

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सन 2011

9 मई 2011 को सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट ने फैसले पर रोक लगा दी।    

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सन 2018

8 फरवरी 2018 से सुप्रीम कोर्ट में सिविल अपीलों की सुनवाई शुरू हुई।  

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सन  2019

साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय संविधान पीठ का गठन किया गया।  फिर प्रतिदिन सुनवाई होने लगी और 16 अगस्त 2019 को सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रखा गया।

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9 नवंबर 2019 

9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की बेंच ने श्री राम जन्म भूमि के पक्ष में फैसला सुनाया। जिसमें 2.77 एकड़ विवादित भूमि हिंदू पक्ष को मिली और मस्जिद के लिए अलग से 5 एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को देने का आदेश दिया गया।

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5 अगस्त 2020

इतिहासिक फैसले के बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया।  

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22 जनवरी 2024

22 जनवरी 2024 भारतवर्ष के लिए एक इतिहासिक दिन है , इस दिन अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा।  

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होगी प्राण प्रतिष्ठा

22 जनवरी को मन्दिर के उद्घाटन के साथ रामलला की मूर्ती की प्राण प्रतिष्ठा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगी।  

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राम मंदिर निर्माण के लिए  इन लोगों ने दिया दिल खोलकर चंदा 

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