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करवा चौथ: आप पहली बार रखने जा रही हैं करवा चौथ का व्रत तो जानिए 10 जरूरी नियम।

Author: Sunil Poddar Date: 25/10/2023

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करवा चौथ का व्रत

करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से लेकर चंद्रयोदय तक रखा जाता है. ऐसे में यदि कोई महिला दिन भर निर्जला रखे जाने वाले करवा चौथ व्रत से पहले एनर्जी से जुड़ी चीज का सेवन करना चाहती हैं, तो वह सूर्योदय से पहले उस चीज को ग्रहण कर सकती हैं।

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16 श्रृंगार करके पूजा करने की परंपरा

2.करवा चौथ (व्रत) के दिन 16 श्रृंगार करके पूजा करने की परंपरा है, लेकिन करवा चौथ व्रत में भूलकर भी काले या सफेद रंग के कपड़े ना पहनें क्योंकि इन्हें अशुभ माना गया है. करवा चौथ पर उजले रंग,नारंगी,लाल, पिंक,पीले आदि रंग के कपड़े ही पहनें।

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चंद्रोदय के समय अरग देना चाहिए।

3.करवा चौथ की पूजा सायं काल से करीब 1 घंटा पूर्व उत्तर-पूर्व दिशा यानि ईशान कोण की ओर मुख करके करनी चाहिए.इसके बाद चंद्रोदय के समय उनका पूजन करते हुए अरग देना चाहिए।

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 व्रत कथा 

4.करवा चौथ व्रत के दिन इस व्रत कथा से जुड़ी पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ अवश्य कहना या अथवा सुनना चाहिए।

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 सास को बायना देना .

5.करवा चौथ व्रत कथा सुनने के बाद (शादीशुदा )सुहागिन महिला को अपनी सास को बायना देना चाहिए.

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 चंद्र दर्शन की बजाय तारों

6.करवा चौथ व्रत को आमतौर से सुहागिन स्त्रियां ही व्रत रखती हैं, लेकिन यदि किसी कन्या का विवाह तय हो चुका है,तो वह भी अपने होने वाले पति के नाम का करवा चौथ व्रत रख सकती है,लेकिन उन्हें चंद्र दर्शन की बजाय तारों को देखकर व्रत खोलना चाहिए।

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महिला को अपशब्द नहीं कहनी चाहिए।

7.करवा चौथ के दिन किसी पर गुस्सा या किसी के साथ बात विवाद नहीं करना चाहिए.करवा चाैथ पर व्रत रखने वाली महिला को किसी को अपशब्द या दिल दुखाने वाली बात भी नहीं कहनी चाहिए।

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 व्रत को खोलने के लिए बनाए गए भोजन

8.करवा चौथ के दिन व्रत को खोलने के लिए बनाए गए भोजन में लहसुन,प्याज जैसी तामसिक चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए,और इसे ग्रहण करने से पहले अपने पति को इसे खाने के लिए नहीं देना चाहिए।

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पति का आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए।

9.करवा चौथ के दिन पूजा के बाद विशेष रूप से अपने माता-पिता या फिर उनके सम्मान स्त्री या पुरुष और अपने पति का आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए।