Author- DNP NEWS DESK 23/04/2024
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गर्मी में तेज़ गरम हवा को लू कहते है। शरीर में लू लगने से बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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वैसे तो लू किसी को भी लग सकती है, लेकिन हार्ट पेशेंट्स के लिए यह ज्यादा खतरनाक होती है। जब शरीर में पानी कम पड़ जाता है तो इसका सीधा असर नर्व्स पर पड़ता है जिससे सांस फूलने लगती है तथा दिल पर प्रेशर बढ़ जाता है।
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गर्मी के मौसम में हमे अपने शरीर के मुख्य तापमान को सामान्य स्तर पर बनाए रखने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। यह हमारे हार्ट , लंग्स और किडनी पर बहुत ज्यादा दबाव डालता है। इसका मतलब यह है कि यदि आपको दिल की बीमारी है तो आप अधिक जोखिम में हो सकते हैं।
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हार्ट पेशेंट्स को लू से बचने के लिए अधिक धुप में नहीं निकलना चाहिए, तरल पदार्थ खाना चाहिए तथा और भी बहुत सी चीज़े करनी चाहिए। आइए जानते है लू से बचाव के लिए क्या करे।
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गर्मियों में दिल के रोगियों को सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि ज्यादा गर्मी और तेज़ धुप में रहने के कारण शरीर का तापमान बढ़ सकता और सांस फूलने लगती है जिससे हार्ट अटैक आने की सम्भावना बढ़ सकती है।
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गर्मियों में भुने हुए तथा तले हुए भोजन नहीं खाना चाहिए क्योकि इससे शरीर की पाचन क्रिया में दिक्कत के साथ कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का भी खतरा रहता है और जिससे आर्टरीज ब्लॉक हो सकती है तथा हार्ट अटैक आ सकता है। इन दिनों तरल पदार्थ का सेवन ही सही माना जाता है।
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हार्ट पेशेंट को शराब व कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि इसका सेवन करने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ सकता है।
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शरीर में पानी की कमी के कारण खून की चिपचिपाहट बढ़ जाती है। ब्लड वेसल्स के माध्यम से गधा रक्त काम आसानी से बहने के कारण प्रेशर बढ़ सकता है और हार्ट पर दबाव पड़ सकता है जिससे हार्ट अटैक आ सकता है।
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गर्मियों में सूती के कपड़ो का इस्तेमाल करना चाहिए क्योकि यह फैब्रिक शरीर के पसीने को सोख लेता है। इन दिनों ढीले और हलके रंग के ही कपड़े पहनने चाहिए।
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हार्ट पेशेंट्स को अधिक तापमान में नहीं रहना चाहिए तथा अपने आस पास का टेम्परेचर भी कूल रखना चाहिए।